JL 50 Sony
live Web series: अभय देओल (Abhay
deol) और पंकज कपूर (Pankaj
kapoor) की टाइम ट्रैवल की खोज में आप अंत तक बंधे रहेंगे| कहानी 35 साल पहले गायब JL 50 विमान के क्रेश के इर्द-गिर्द बुनी है | इस वेब
सीरीज की दमदार कहानी के ट्विस्ट एंड टर्न के साथ सभी का अभिनय इसे देखने लायक बनता है | 4
एपिसोड की SONYliv की छोटी सी वेब सीरीज
आपको अंत तक बांधे रखेगी |
JL 50 समीक्षा
JL 50 वेब सीरीज की कहानी की बेस लाइन 1989 में में घटी घटना से
लिया गया है | सैंटियागो एयरलाइंस का एक विमान 513 ने 1954 में ब्राजील के लिए उड़ान
तो भरी लेकिन गायब हो गया | लेकिन अचानक वो 35 साल के बाद ब्राजील के पोर्टो
एलेग्रे एयरपोर्ट पर लैंड हो गया |
लेखक-निर्देशक शैलेन्द्र व्यास ने इसी घटना को अधार बनाके नए
फ्लेवर की रोचक कहानी रची है | इसिलये JL 50 वेब सीरीज अन्य वेब सीरीज से
डिफरेंट लगती है | कहानी में रहस्य और रोमांच का मिक्सचर आपको अंत तक बांधे रहने के
लिए काफी है |
अगर बात करे इसकी स्टार कास्ट की तो इस वेब सीरीज में अभय देओल के साथ आपको पंकज कपूर, राजेश शर्मा और पियूष मिश्रा जैसे माहिर अदाकार
दिखेंगे जिन्होंने अपनी एक्टिंग से कहानी में वजन डाल दिया है |
JL 50 कहानी
शैलेन्द्र व्यास की बतौर निर्देशक और लेखक ये पहली वेब सीरीज है|
शोर्ट वेब सीरीज के तौर पे JL50 में केवल 4 एपिसोड्स ही है लेकिन हर एपिसोड
दमदार है | JL 50 की कहानी शुरू होती है है एक विमान क्रेश से | जिसके बाद CBI इस
केस की जाँच में जुट जाती है लेकिन जब सीबीआई के ऑफिसर शांतनु (अभय देओल ) घटना स्थल
पर पहुचते है तब उन्हें पता चलता है की ये वो विमान (AO 26) नहीं है जिसके लिए
उन्हें भेजा गया है |
ये तो JL 50 विमान है जो आज से 35 साल पहले 1984
में कोलकाता से टेकऑफ होने के बाद रहस्यमयी तरीके से गायब हो गया था | जिसका कोई भी सुराग नहीं मिला था | लेकिन
अचानक से 2019 में वो क्रेश हो जाता है | जिसमे सिर्फ दो लोग ही जीवत बचते है
लेकिन उनकी हालत क्रिटिकल है और उन्हें हॉस्पिटल में भेज दिया जाता है |
सीबीआई
अधिकारी शांतनु (अभय देओल) के नेतृत्व में एक टीम इस मामले की जांच में जुट जाती
है | शांतनु को शक है की विमान AO 26 के गायब होने के पीछे कही न कही JL 50 विमान के
गायब होने से लिंक है | उसे लगता है की कोई बड़ी साजिश रची जा रही है |
यह भी पढ़े-UNDEKHI Sonyliv Web Series: समाज केघिनौने काले सच को उजागर करती है,हिंदी में रिव्यू
यह भी पढ़े-UNDEKHI Sonyliv Web Series: समाज केघिनौने काले सच को उजागर करती है,हिंदी में रिव्यू
अब
कहानी और शांतनु की इन्वेस्टीगेशन आगे बढती है वैसे कई कई रहस्य बाहर आने लगते है
| जिसके तार टाइम ट्रैवल से भी जुड़े होते हैं| शांतनु पहले विश्वाश नहीं मानता
लेकिन फिजिक्स के प्रोफ़ेसर शुभ्रतोदास (पंकज कपूर) से जब वो मिलता है तो वो
उसे यकीन दिलाते है की ऐसा होता है और फिर से हो सकता है ,टाइम ट्रेवेल कर के कई
राज़ खोले जा सकते है |
शांतनु
इस मामले की तह तक जाना जाता है तो वो शुभ्रतो दास (पंकज कपूर) की बात कर टाइम
ट्रेवेल कर 1984 में जाता है | वहा पहुच कर शांतनु बड़ी कांस्प्र्सी का शिकार हो
जाता है | क्या वो टाइम ट्रवेल से वापस आ पायेगा ??? क्या टाइम ट्रवेल जैसी
कोई चीज होती भी या नहीं ??? | इन सभी सवालों का जवाब आपको SONY liv
की JL 50 web series को देख कर मिलने वाला है |
यह भी पढ़े -Your honor जब जज ही कानून तोड़ेगा तो उसे जज कौन करेगा ?Web series review
निर्देशन
शैलेंदर
व्यास ने ही JL 50 को लिखा और इसका निर्देशन किया है | शायद यही वजह है की वो जो
कहना और दिखाना चाहते थे उसे दिखाने में कामयाब होते है | कहानी को भी शलेंदर ने
कसा हुआ रखा है बाकि एडिटिंग भी काफी क्रिस्प रखी है जिस कारण से JL 50 कही भी
उबाऊ नहीं लगती है | सिनेमटोग्राफी भी काफी अच्छी है |
बस एक कसर खलती है की कही
पर भी JL 50 विमान को नहीं दिखाया गया है | शायद बजट को प्रॉब्लम रहा होगा। जिसकी कमी खलती है | बाकी पूरी फिल्म को कही पर भी भटकने नही
दिया निर्देशक शैलेंदर व्यास ने |
देखे या नहीं
अगर
आप राजनीती,अपराध,मार धाड़ जैसे रीपीट कंटेंट को देख कर ऊब चुके है तो आप JL 50 वेब सीरीज देख सकते है |साइंस-फिक्शन पर
आधारित इस वेब सीरीज आपको नये रोमांच से रूबरू करायेगी| फ्रेश कंटेंट के साथ इसकी कास्टिंग
ही इसकी सबसे बड़ी खासियत है |
आपको
बता दे सीबीआई ऑफिसर के रोल में अभय देओल ने अपनी दमदार वापसी की है | तो पंकज
कपूर इस वेब सीरीज से अपना डिजिटल डेब्यू कर रहे है |
इसके
अलावा इस वेब सीरीज की प्रोड्यूसर रीतिका आनंद भी एक अहम् रोल अदा किया है | रीतिका ने जेएल 50
(JL 50) की पायलट के रूप में नज़र आएँगी तो पीयूष मिश्रा प्रोफेसर मिश्रा की
नकारात्मक भूमिका में नज़र आने वाले है |